बेंगलुरु के रहने वाले 42 वर्षीय रमेश बाबू सिर्फ सात साल के थे तभी उनके पिता का निधन हो गया. वो अपने पीछे अपना परिवार और एक barber shop छोड़ गए थे. उनकी माँ ने बड़ी मुश्किल से इधर-उधर खाना बनाने का काम करके बच्चों को पाला -पोसा और पढाया – लिखाया. चूँकि वो खुद barber shop नहीं चला सकती थीं इसलिए उन्होंने दुकान को 5 रूपये रोजान पर किराए पर उठा दिया.
आज रमेश बाबू 100 से ज्यादा करों वाली Ramesh Tours and Travels नाम की car rental company के मालिक हैं. पर आज भी वह सुबह शाम अपना बाल काटने का काम करते हैं, शायद इसलिए की वो अपने कल को ना भूलें.
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