Tuesday, 5 November 2013

तरबूज का भाव

राजेश और कमल अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद एक साथ एक थोक कंपनी में सेल्समैन की नौकरी पर लग गए. दोनों ने काम में बहुत मेहनत की. कई वर्षों के बाद, मालिक ने कमल को प्रमोशन दे कर मार्केटिंग मेनेजर बना दिया, लेकिन राजेश एक सेल्समेन ही रहा. 

एक दिन राजेश मालिक के पास अपना इस्तीफा ले कर गया और बोला, "बॉस मैंने बहुत मेहनत से अपना काम किया है. लेकिन लगता है आपको मेहनती कर्मचारियों की नहीं, चमचागिरी करने वाले कर्मचारियों की ज़रुरत है."

मालिक जानता था कि राजेश ने बहुत मेहनत की है, लेकिन राजेश को खुद में और कमल के बीच फर्क समझाने के लिए, मालिक ने राजेश से कहा, "जाओ और पता लगाओ कि बाजार में तरबूज मिल रहे हैं क्या? राजेश गया, लौट कर आया और कहा, हाँ मिल रहे हैं. मालिक ने पूछा क्या भाव मिल रहे है? राजेश पूछने के लिए बाजार में वापस चला गया और आ कर बोला 12 रुपये प्रति किलो. 

बॉस ने राजेश से कहा देखो अब मैं कमल से यही सवाल पूछूँगा. उन्होंने कमल को बुलाया और कहा, "जाओ और पता लगाओ कि बाजार में तरबूज मिल रहे हैं क्या?कमल चला गया. वापस लौट कर उसने मालिक से कहा, "केवल एक ही व्यक्ति तरबूज बेच रहा है. प्रति किलो 12 रुपये, 10 किलो के लिए 100 रुपये. उसके पास लगभग 100 तरबूज है. हर तरबूज लगभग 10 किलो का है. तरबूज अच्छी गुणवत्ता के, ताजा और लाल हैं".

राजेश बहुत प्रभावित हुआ. उसने खुद के और कमल के बीच फर्क महसूस किया गया. अब उसने इस्तीफा देने के स्थान पर, कमल से सीखने का फैसला किया.

दोस्तों!
 सफल होने के लिए हर व्यक्ति मेहनती होने के साथ-साथ चुस्त और चौकस होना भी ज़रूरी है, हर बात को गहराई से समझना ज़रूरी है. एक आम आदमी किसी भी बात को या किसी भी कार्य को केवल कल की दृष्टि से देखता है, जबकि उसी बात या कार्य के लिए, एक अधिक सफल व्यक्ति, कई साल आगे की देखता है. आप जानते हैं, एक वर्ष और एक दिन के बीच का अंतर 365 गुना है. ज़रा सोचिये! आप अपने जीवन में कितनी दूर आगे तक देखते हैं? कितनी गहराई से आप जीवन के बारे में सोचते है? आप कितने विचारशील हैं? विचारशीलता आपके कार्य को आसान बनाती है, आपको ज्यादा जल्दी सफलता दिलाती है.


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