Friday, 8 November 2013

10वीं फेल खरबपति!

फ़ोर्ब्स की लिस्ट में दुनिया के सबसे दौलतमंद व्यक्तियों में 272 नंबर पर रिचर्ड ब्रेनसन का नाम आता है. ये वही बिजनेस टायकून जो कुछ महीनों पहले अपनी एयरलाइंस में एयर होस्टेस के कपड़े पहनकर चर्चित हुए थे. रिचर्ड आज 63 साल के हो चुके हैं. 18 जुलाई 1950 को इंग्लैंड में जन्में रिचर्ड के जीवन की कहानी निश्चित ही उन व्यक्तियों के लिए प्रेरणा हो सकती है जो नौकरी के बजाए अपना व्यापार करना चाहते हैं.

रिचर्ड के परिवार का बिजनेस से दूर दूर तक कोई वास्ता नहीं था, इसके बावजूद रिचर्ड ने कुछ अलग करना की ठानी और जमींन से उठकर आसमां को छुआ. आज वे करीब 460 करोड़ की संपत्ति के मालिक हैं. कई देशों में उनकी मोबाइल सेवा, ट्रेवलिंग सहित ढेरों बिजनेस चल रहे हैं. लेकिन रिचर्ड के जीवन की एक सच्चाई ऐसी भी है जो आपको यह सोचने पर मजबूर कर देगी कि आखिर ऐसी हालत में रिचर्ड ने कैसे खुद को संभाला और खड़ा किया अरबों का साम्राज्या.

रिचर्ड के पिता एडवर्ड जेम्स ब्रेनसन पेशे से वकील थे और मां इव बे्रनसन फ्लाइट एटेंडेंट थीं. रिचर्ड को शुरू से ही पढ़ाई में दिक्कत होती थी. वे अन्य बच्चों की तरह फर्रारे से न तो पढ़ पाते थे और न ही किसी सवाल के जवाब में त्वरित रिस्पांस दे पाते थे. दरअसल वे डिस्लेक्सिया से पीढि़त थे. स्कूली शिक्षा में उनके लिए यह बिमारी सबसे बड़ी बाधा बनी. शुरुआती शिक्षा में वे ज्यादातर समय फेल होते रहे. 13 साल की उम्र तक आते-आते उन्हें अपना पहला स्कूल बार-बार फेल होने के कारण छोडऩा पड़ा. इसके बाद उनके पेरेंट्स ने उन्हें इंग्लैंड के बकिंघमशायर के एक बोर्डिंग स्कूल में दाखिल करा दिया. लेकिन यहां भी उनकी बीमारी ने उनका पीछा नहीं छोड़ा.

16 साल की उम्र में रिचर्ड ने पढ़ाई छोड़ी और अन्य स्टूडेंट्स के साथ मिलकर मेगजीन पब्लिकेशन शुरू किया. इस मेग्जीन का नाम था स्टूडेंट. रिचर्ड और उनके अन्या साथियों ने मिलकर शुरुआत में 50,000 कापियां फ्री में बांटी. मेगजीन पब्लिकेशन के दौरान ही रिचर्ड में एक व्यापारिक समझ विकसित हुई. मेगजीन ने उनकी जिंदगी को एक अलग ही दिशा दी.

1969 में ब्रेनसन को अपनी कंपनी खोलने का आईडिया आया. इसके बाद ब्रेनसन ने वर्जिन नाम से मेल आर्डर रिकार्ड कंपनी स्थापित की. कंपनी अच्छा व्यापार करने लगी. लेकिन ब्रेनसन सिर्फ इतने से ही संतुष्ट नहीं थी. वे अपनी कंपनी को कई दिशाओं में मोडऩा चाहते थे. रिचर्ड ने ऑक्सफोर्ड स्ट्रीट पर रिकार्ड शॉप भी शुरू कर दी. 1973 में उनके स्टूडियो में पहली रिकार्डिंग हुई. यहीं रिचर्ड ने सफलता की सीढ़ी चढऩा शुरू किया और अपने वेंचर को आगे बढ़ाया.

1980 में ब्रेनसन ने ट्रेवलिंग कंपनी और 1984 में वर्जिन एटलांटिक एयरलाइन और वर्जिन मेगा स्टोर की शुरुआत की. लेकिन अभी तक तेजी से सक्सेस की ओर बढ़ रहे रिचर्ड एक ही झटके में कंगाली की हालत में आ गए. 1992 तक आते-आते उनकी कंपनी वर्जिन की माली हालत कमजोर होने लगी और उन्हे अपनी कंपनी गिरवी रखनी पड़ी. पूरी तरह से टूट चुके ब्रेनसन ने फिर से अपने अंदर के बिजनेस मेन को जगाया.

ब्रेनसन ने कोशिश कर 1993 में वर्जिन रेडियो स्टेशन शुरू किया. कुछ साल बाद पुन: रिकार्डिंग कंपनी शुरू की. लगातार तरक्की कर आज ब्रेनसन दुनिया के टॉप बिजनेसमैन हैं. दुनियाभर के करीब 30 देशों में उनकी 200 कंपनियां हैं. उनके प्रमुख बिजनेस में ट्रेन कंपनी, लक्जरी गेम प्रिजर्व, मोबाइल कंपनी, स्पेस टूरिज्म कंपनी शामिल हैं.


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